रविवार, मार्च 04, 2012

election in five states.

पांच राज्यों के चुनाव संपन्न हुए.विशेष बात यह रही की मतदान का प्रतिशत बढा. चुनाव परिमाणों के बारे मैं विभिन्न चेंनेल अपने अपने कयास बता रहें हैं.एक बात साफ तौर पर उभरकर आ रही है की किसी भी दल को स्पष्ट बहुत मिलना कठिन होगा. मैं सामान्य मतदाता से कुछ प्रश्न बाँटना चाहता हूँ. जो निम्न हैं.यदि आपके पसंद के दल या गठबंधन की सर्कार बन जाती है तो क्या आप (एक)रिश्वत देने या लेने को अच्छा समझेंगे/(दो)हत्यारे ,आतंकवादी, भ्रष्ट ,बलात्कारी ,व्यक्ति को सहायता,सहयोग,जमानत देंगे?(तीन)सरकारी जमीन ,सड़क, पहाड़ी का अतिक्रमण करेंगे?(चार)वाजिब से ज्यादा कमीशन लेना,अपने करीबी रिशतेदार ,मित्र जो गरीब और कम समझदार हैं उनका धन हडपने और उन्हें किसी तरह लोभ दिखाकर ऊँची ब्याज दरों पर धन उधार देंगे.? यदि इन प्रशनो के उत्तर हाँ मैं हैं तो किसी दल की सर्कार बने कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

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