शनिवार, अक्तूबर 22, 2016

मेरा ब्लॉग

मेरा ब्लॉग लेखन आरम्भ। बड़े दिन क्या कई महीनो से मेरा ब्लॉग लेखन मात्र आलस के कारण बंद था, मैंने वैसे ही ''रवि रतलामी' सर के ब्लॉग ''छीटें और बौछारे '' में गौरक्षा पर छपी एक पोस्ट पर टिपण्णी की ,और साथ में निवेदन भी किया कीमेरा ब्लॉग मिल नहीं रहा मैं कैसे लिखूं ?तत्काल रविजी मेरे ब्लॉग का संगणक का पता पता नहीं कैसे ढूंढा?और मेरे इ पते पर भेज दिया , और यह टीप लिख पा रहा हूँ. रतलाम के संगणक ज्ञाताओं में रविजी का एक नाम है. हालांकि वे भोपाल में लगभग बस गए हैं ,है की अपने नाम के आगे वे 'रतलामी 'ही लिखतें हैं ,उनके ब्लॉग ''छीटें और बौछारे ''में बोध युक्त सामग्री होती है ,साथ ही व्यंग चित्र या कार्टून बनाकर वे सामग्री के साथ हास्य ,व्यंग और तर्क मिश्री घोल देते हैं,

1 टिप्पणी:

रवि ने कहा…

पुनः स्वागत है. अब नित्य, नियमित लिखें.
आपके पास तो सुदीर्घ अनुभव व ज्ञान का भंडार है. उन्हें यहाँ दर्ज करते रहें. आने वाली पीढ़ियाँ निश्चित ही लाभान्वित होंगी.
शुभकामनाएँ.